SHAMA KHAN

Shama Khan is a renowned suspense writer, celebrated for her captivating fictional and non-fictional thrillers. Known for weaving gripping narratives, her stories blend mystery, emotion, and unexpected twists. Among her standout works are Shah Umair Ki Pari, a tale of enigmatic connections, and Lette Hi Neend Aa Gayi, a chilling suspense that keeps readers guessing till the end. Shama’s ability to craft immersive plots has earned her widespread acclaim and a devoted readership.

shah umair ki pari

Shah Umair Ki Pari-34

Shah Umair Ki Pari-34 शाह उमैर की परी – 34 दूसरी दुनिया ”ज़ाफ़रान क़बीला ” :-”अब्बा हुज़ूर आप इतनी सुबह सुबह यहाँ मेरे कमरे में सब खैरयत तो है न?” शहजादे इरफ़ान पूछतेहै !”वो मैं कल रात में तुम्हे बता नहीं पाया था, इसलिए सोचा के तुम्हे सुबह में मैं खुद आकर खबर देदूं बात…

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Shah Umair Ki Pari-33

Shah Umair Ki Pari-33 शाह उमैर की परी – 33दूसरी दुनिया ”ज़ाफ़रान क़बीला ” :-”इरफ़ान भाई अब्बा सो गए है। चलो तहखाने में उमैर और उसकी बहनों से मिलने !” शहजादीमरयम शहजादे इरफ़ान को नींद से जगाते हुए कहती है !“माफ़ करना मरयम मेरी आँख लग गयी थी, चलो चलते है मगर ध्यान से किसी…

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Shah Umair Ki Pari- 32

Shah Umair Ki Pari- 32 शाह उमैर की परी – 32 ( पिछले भाग में आप लोगों ने पढ़ा कि जिस काल कोठरी में उमैर और उसका परिवार सजा के लिएजाता है, वहाँ उसे अपने दादा शाह कौनैन मिलते है। जो न जाने कितने सालों से इस क़ैद में है !जब वो अपनी कहानी सब…

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Shah Umair Ki Pari-31

Shah Umair Ki Pari-31 दूसरी दुनिया ”ज़ाफ़रान क़बीला ” :-“दादा अब्बू, क्या सच मे आप…… आप ज़िंदा हो ?” उमैर चौंकते हुए कहता है !“हाँ मेरे बच्चे बदकिस्मती से ज़िंदा हूँ मैं !” शाह कौनेन ने कहा !“मगर अब्बा ने तो कहा था कि आप…… आप नही रहे… मेरा मतलब है कि मर चुके हो…

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Shah Umair Ki Pari-30

Shah Umair Ki Pari-30 ( पिछले भाग में आप लोगों ने पढ़ा के शहजादी मरयम अपनी दोस्ती निभाते हुए उमैर और परी कीमंगनी की रस्म उमैर के घर पर करती है ! तभी महल के गुलाम उन सब को महल में हाज़िर होनेका कहते है उमैर परी को वापस उसकी दुनिया में छोड़ कर, सभी…

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Shah Umair Ki Pari-29

Shah Umair Ki Pari-29 शाह उमैर की परी – 29 दूसरी दुनिया ”ज़ाफ़रान क़बीला ” :-दरवाजे की दस्तक लगातार जारी रहती है और अमाइरा नफिशा को जगा कर कहती है।“नफिशा जरा उठ जाकर देखना यह सुबह सुबह दरवाज़ा कौन बजा रहा?” अमाइरा ने आधी नींद मेंकहा ! “अअ…. अप्पी आप ही जाओ ना। कौन होगा?…

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SHAH UMAIR KI PARI-28

SHAH UMAIR KI PARI-28 शाह उमैर की परी – 28दूसरी दुनिया ”ज़ाफ़रान क़बीला ” :-इस अचानक हुए मामले से सब सकते में रहते है !”अब्बा आप ने मुझसे बिना पूछे? मेरी शादी शहजादी से कैसे तयकर दी? मैं शहज़ादी से शादी नहींकरना चाहता हूँ !” उमैर ने शाह ज़ैद के पास जाकर कहा !‘’बद्तमीज़ अपनी…

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SHAH UMAIR KI PARI-27

SHAH UMAIR KI PARI-27 शाह उमैर की परी -27 दूसरी दुनिया ”ज़ाफ़रान क़बीला ” :-शाही सवारी से उतर कर परी , नफिशा और अमाइरा महल के अंदर दाखिल होती है !“इतना बड़ा बाहरी दरवाज़ा मैंने तो आज तक अपनी ज़िन्दगी में नहीं देखा और यह महल तो !” परीहैरत से चारो तरफ देखते हुए कहती…

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KHAMOSH AAHEIN

KHAMOSH AAHEIN

KHAMOSH AAHEIN ख़ामोश आहें..!  बर्फीले बारिश के मौसम की  गहरी रात होती है..! शहर की तंग गलियों में अजीब से वीरानी पसरी हुई होती है ..! पुराने मकानों की दरारों में वक़्त की चुप्पी दफ़्न होती है, और सर्द हवा गली के किसी कोने में छुपे अधूरे अफ़सानों की कहानियाँ सुना रही होती है..! मोहल्ले…

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SIYAHI KI SADA

SIYAHI KI SADA

SIYAHI KI SADA सर्दियों की स्याह रात थी। हवाएं मानो किसी अनसुने राग को गुनगुना रही थीं। पेड़ों के सूखे पत्ते ज़मीन पर बिखरे हुए किसी पुरानी याद की तरह सिसक रहे थे। खिड़की के शीशों पर जमी ओस की बूंदें बाहर पसरे अंधकार को और भी गहरा बना रही थीं। कमरे के अंदर, एक…

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