shah umair ki pari

Shah Umair Ki Pari-14

Shah Umair Ki Pari-14 शाह उमैर की परी -14शहर धनबाद में ;-”क्या मैं अंदर आ जाऊं ?” आसिफ दरवाज़े पर खड़ा कहता है !”नहीं। ” परी ने कहा”मगर क्यों? ”आसिफ पूछता है”वो क्या है ना मुझे सुबह-सुबह मनहूस चीज़ें देखने की आदत नहीं है!” परी ने मुँह बना कर, चिढ़ते हुए कहा !”बदमाश लड़की ऐसे…

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Shah Umair Ki Pari-13

Shah Umair Ki Pari-13 शाह उमैर की परी -13 शहर धनबाद में :- “ओफ्फो! परी बेटा ऑफिस नहीं जाओगी तो क्या दिन भर सोती ही रहोगी? कितनीदेर हुई तुम्हें सोते। चलो अब, उठो कुछ तरकीब निकालते है तुम्हारे काम के लिए। कुछ न कुछ हो हीजायेगा। लेकिन जागना पड़ेगा बेटे। ऐसे सोकर अपने आप को…

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Shah Umair Ki Pari-12

Shah Umair Ki Pari-12 शाह उमैर की परी -12 शहर धनबाद में :-”परी तुम अभी तक रेडी नहीं हुई? आज ऑफिस से छुट्टी ली है क्या ? चल आ नास्ता कर ले !” परी की मम्मीनादिया जी कहती है !”जी हाँ मम्मी आज थोड़ी तबीयत अच्छी नहीं लग रही इसलिए छुट्टी ली है, आप चलो…

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Shah Umair Ki Pari-11

Shah Umair Ki Pari-11 शाह उमैर की परी -11शहर धनबाद में : परी ख्वाबों की दुनियाँ में धीरे धीरे क़दम रखती है जहां उसे एक खूबसूरत फूलों से भरे पेड़ पर लगा झूला दिखता है ! जिस के ठीक बगल में वही लड़का खड़ा होता है जिसे परी पहले भी खवाब में देख चुकी होती…

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Shah Umair Ki Pari-10

Shah Umair Ki Pari-10 शाह उमैर की परी -10 : शहर धनबाद में :-”परी मैम आप को बॉस अपने केबिन में बुला रहे है !” ऑफिस बॉय छोटू कहता है!परी को अच्छे से पता रहता है कि जिस तरह उसने दोपहर में अपने बॉस को सुनाया था वो जरूर उससे बदलालेगा। परी सोचती हुई बॉस…

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Shah Umair Ki Pari-09

Shah Umair Ki Pari-09 शाह उमैर की परी -9शहर धनबाद में :- ”इतना बड़ा और खूबसूरत लाल गुलाब मेरे आईने के पास कैसे आया? आज से पहले तो मैंनेऐसा गुलाब का फूल पहले कभी नहीं देखा है, इस एक फूल से ऐसी खुश्बू फैली है कमरे में मानो कमरा ना हो कोईफूलों का बगीचा हो।…

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Shah Umair Ki Pari-08

Shah Umair Ki Pari-08 परी के शहर धनबाद में :- परी रोते हुए अपने कमरे में रखे आईने के सामने आकर खड़ी हो जाती है! जहा वोखुद के अक्स को आईने में देखती है, बेबस और मजबूर दिखती परी। लाचार परी, किसी ने उसके पर काट लिए होंऐसी परी। आंसुओ की धार आंखों से बहाती…

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Shah Umair Ki Pari-07

Shah Umair Ki Pari-07 शाह उमैर की परी -7 परी के शहर धनबाद में :-” परी बेटा तुम भी वहा जाकर अपने पापा के साथ मैच देखने लगी थी क्या ?” नादिया जी ने परी और हसन जी को घरमें आते देख पूछती है।’’नहीं मम्मी वो आसिफ ज़िद करने लगा तो थोड़ी देर उससे बात…

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Shah Umair Ki Pari-06

Shah Umair Ki Pari-06 दुसरी दुनियाँ ‘’ ज़ाफ़रान क़बीला : –” तुम्हारे कपड़े कैसे गंदे हो गए मिटटी में लोट कर आये हो क्या? बच्चों की तरह मिट्टी में खेलना पसन्द है क्या? ”मरयम उमैर का रास्ता रोकते हुए कहती है !“जी नहीं मै गिर गया था पैर फिसलने की वजह से और आप ये…

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Shah Umair Ki Pari-05

Shah Umair Ki Pari-05 शाह उमैर की परी – 5 दूसरी दुनियाँ ‘’ ज़ाफ़रान क़बीला : –शाह ज़ैद उमैर को ढूंढते हुए बागीचे में आते है वो इधर उधर देखते है मगर उन्हें उमैर नज़र नहीं आता फिर उनकी नज़र पेड़ पर पड़ती है तो उन्हें उमैर पेड़ पर आराम से सोया हुआ दिखता है…

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