
Ishq Ek Bla-03-End
Ishq Ek Bla-03-End “मेरी दिल की सुकून, मेरी जान ज़ारा , अस्सलाम ओ अलैकुम मैं यहां खैरियत से हूँ और उम्मीद करता हूँ के तुम भी खैरियत से होगी ! तुम्हारा खत मुझे वक्त पर मिल गया था ! पढ़ कर काफी ख़ुशी हुई और थोड़ा ताज्जुब भी , तुमने ऐसा क्यों कहा के हमारा…