shah umair ki pari

Shah Umair Ki Pari-10

Shah Umair Ki Pari-10 शाह उमैर की परी -10 : शहर धनबाद में :-”परी मैम आप को बॉस अपने केबिन में बुला रहे है !” ऑफिस बॉय छोटू कहता है!परी को अच्छे से पता रहता है कि जिस तरह उसने दोपहर में अपने बॉस को सुनाया था वो जरूर उससे बदलालेगा। परी सोचती हुई बॉस…

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Shah Umair Ki Pari-08

Shah Umair Ki Pari-08 परी के शहर धनबाद में :- परी रोते हुए अपने कमरे में रखे आईने के सामने आकर खड़ी हो जाती है! जहा वोखुद के अक्स को आईने में देखती है, बेबस और मजबूर दिखती परी। लाचार परी, किसी ने उसके पर काट लिए होंऐसी परी। आंसुओ की धार आंखों से बहाती…

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Shah Umair Ki Pari-06

Shah Umair Ki Pari-06 दुसरी दुनियाँ ‘’ ज़ाफ़रान क़बीला : –” तुम्हारे कपड़े कैसे गंदे हो गए मिटटी में लोट कर आये हो क्या? बच्चों की तरह मिट्टी में खेलना पसन्द है क्या? ”मरयम उमैर का रास्ता रोकते हुए कहती है !“जी नहीं मै गिर गया था पैर फिसलने की वजह से और आप ये…

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Shah Umair Ki Pari-03

Shah Umair Ki Pari-03 शाह उमैर की परी – 3 शहर धनबाद में:-“आज छुट्टी के दिन का क्या प्लान है परी? ”मम्मी ने पूछा।“आप बताओ मम्मी क्या करूँ?”“बेटा अपना रूम साफ़ कर लेना और कुछ हल्का नाश्ता भी बना देना, आज मेरी तबियत थोड़ी खराब है और तेरेपापा तो सुबह से बाहर निकल गए है,…

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Lette Hi Neend Aagyi-12

Lette Hi Neend Aagyi-12 लेटते ही नींद आ गयी-12 अपने ख़्वाबों से बेचैन रमीज़ मगरिब की नमाज़ पढ़ वापस इमाम साहब के पास बैठ जाता है और सवालियां नज़रों से उनकी तरफ देखता है ! “रमीज़ भाई क्या होगया है ? आप इस तरह मुझे क्यों देख रहे हो ? सब खैरियत तो? ” इमाम साहब ने पूछा…

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Tamanna Ae Khaam- 12

Tamanna Ae Khaam- 12 जब से मेरी शादी हुई शायद ही कोई वक़्त सुकून का कटा हो कभी शौहर तो कभी सास ससुर कोई ना कोई मुझे परेशान करते रहता था और ज़िन्दगी ने भी उन्ही उलझनों के बीच जीना लगभग सिख ही लिया था ! हाँ मगर एक रोज जब मैं कमरे में सफाई कर…

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Tamanna_Ae_Khaam- 09

Tamanna_Ae_Khaam- 09 बालकनी से सटे कमरे से अचानक एक खूबसूरत नक्श वा रंगत ,नीली बोलती आँखे , लम्बा क़द_ओ_कामत वाला एक नव जवान लड़का सलाम करते हुए अलफ़ाज़ के सामने आकर खड़ा होजाता है  और कहता है ! ” गुस्ताखी माफ करें .., बंदे को नूर अल फरीद कहते है और आप को जिस तीसरे…

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Tamanna Ae Khaam – 06

Tamanna Ae Khaam – 06 तमन्ना _ऐ _खाम -06 माज़ी में… शादी के कुछ ही दिन गुज़रे थे ! मैं किचन के काम निपटा कर दोपहर में  करीब चार बजे अपने कमरे में जाती हूँ तो काशिफ मुझे बेड पर बेखबर सोये हुए  मिलते है ! मैं कुछ देर बैठ कर उसे निहारती हूँ ! जैसे…

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Tamanna Ae Khaam -04

Tamanna Ae Khaam -04 अल्फ़ाज़ हैरान सामने खड़ी लड़की को देख रही होती है फिर कुछ सोचते हुए कहती है! ” देखिये आप किस हक से मेरे घर को अपना घर कह रही है जरा आप बताने की ज़हमत करेंगी! “ ” क्यों ना अंदर चल कर बातें की जाये, अगर आप को कोई मसला ना…

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Lette Hi Neend Aagyi-11

Lette Hi Neend Aagyi-11 नरगिस के सांसों ने चलना छोड़ दिया होता है आधी खुली आंखे उसकी बेबसी झलका रही होती है ! फिर भी उसका भाई एक जुनूनी की तरह उसका गला दबा रहा होता है !  रमीज़ अपने ख्वाब में यह हौलनाक मौत का मंजर देख चिंखे मार मार कर रो रहा होता है मगर उस…

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